ब्रह्मलीन श्रीश्री मौनीबाबा जी महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष आयोजित त्रिदिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम अंतर्गत प्रदान किए जाने वाले सम्मानों में प्रमुख सम्मान 'विदुषी विद्योत्तमा स्त्री शक्ति सम्मानÓ इस बार प्रख्यात नृत्यांगना व विदुषी साहित्यकार पद्म श्री विभूषित शोवना नारायण को प्रदान किया जाएगा। पद्मश्री शोभना नारायण एक प्रख्यात और उत्कृष्ट कथक नृत्यांगना है। भारत की महान सामाजिक और कलात्मक परम्पराओं की अवतरित कलाकार सुश्री शोभना ने भाव अभिव्यक्ति तथा नृत्य आयामों के गहन और वृहद रूप को समाहित करते हुए प्रस्तुतकारी कलाओं की एक नवीन और विशिष्ट शैली की रचना की है। आपको वर्ष 1992 में पद्मश्री तथा 1999 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। एक नृत्य कलाकार के रूप में स्वयं को 1970 के दशाक में स्थापित कर चुकी सुश्री शोभना विगत चार दशकों से अनेक नृत्य उत्सवों में अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को प्रभावित करती रही हैं। कथक गुरु पण्डित बिरजू महाराज तथा कथक केंद्र दिल्ली के श्री कुन्दनलाल गंगानी द्वारा प्रशिक्षित सुश्री शोभना नारायण नृत्य में अपनी सुदृढ़ प्रयोगात्मकता के लिये जानी जाती हैं। आपने नृत्य को पुनर्परिभाषित कर अपनी एक खास शैली का विकास किया है तथा कला के क्षेत्र में सामान्यत: एक जीवंत परम्परा के रूप में मान्य हैं। शोभना नारायण वह पहली व्यावसायिक नृत्यांगना है जिन्होंने नृत्य के साथ-साथ भारत सरकार में एक वरिष्ठ सिविल सेवक के अपने कैरियर को भी पूर्ण किया है।
वर्ष 2019 का 'विदुषी विद्योत्तमा स्त्री शक्ति सम्मान' शोवना नारायण को